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अनेक शब्दों के लिए एक शब्द (One Word Substitution) (part 2)

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जो कभी  मरे- (अमर)
जो पढ़ा-लिखा  हो- (अपढ़, अनपढ़)
जो अक्षर (पढ़ना-लिखनाजानता है(साक्षर)
जो दूसरों पर अत्याचार करें- (अत्याचारी)
जो दिखाई  दे- (अदृश्य)
जो कभी नष्ट  हो- (अनश्वर)
जो उच्च कुल में उत्पन्न हुआ हो- (कुलीन)
जो क्षमा के योग्य हो(क्षम्य)
जो कम बोलता हो- (मितभाषी)
जो अधिक बोलता हो- (वाचाल)
जो सब जगह व्याप्त हो- (सर्वव्यापक)
जो देखने योग्य हो- (दर्शनीय)
जो कुछ  करता हो-(अकर्मण्य)
जो पुत्र गोद लिया हो- (दत्तक)
जो मान-सम्मान के योग्य हो(माननीय)
जो नष्ट  होने वाला हो- (अविनाशी)
जो किसी का पक्ष  ले- (तटस्थ)
जो परिचित  हो- (अपरिचित)
जो स्थिर रहे- (स्थावर)
जो वन में घूमता हो- (वनचर)
जो इस लोक से बाहर की बात हो- (अलौकिक)
जो धन का दुरुपयोग करता है- (अपव्ययी)
जो कानून के विरुद्ध हो- (अवैध)
जो कानून के अनुसार हो- (वैध)
जो पहले  पढ़ा हो- (अपठित)
जो आँखों के सामने  हो- (अप्रत्यक्ष)
जो आँखों के सामने हो- (प्रत्यक्ष)
जो दो भाषाएँ जानता हो- (दुभाषिया)
जो धर्म का काम करे(धर्मात्मा)
जो अभी – अभी पैदा हुआ हो- (नवजात)
जो कठिनाई से प्राप्त हो(दुर्लभ)
जो स्वयं पैदा हुआ हो- (स्वयंभू)
जो शरण में आया हो- (शरणागत)
जो क्षमा करने के योग्य हो- (क्षम्य)
जो बहुत समय कर ठहरे(चिरस्थायी)
जो उच्च कुल में उत्पन्न हुआ हो- (कुलीन)
जो कभी नष्ट  हो- (अनश्वर)
जो उदार  हो(अनुदार)
जो चित्र बनाता हो- (चित्रकार)
जो बूढ़ा  हो(अजर)
जो नहीं हो सकता- (असंभव)
जो हो सकता- (संभव)
जो आमिष (मांसनहीं खाता- (निरामिष)
जो पहरा देता है- (प्रहरी)
जो दूसरों पर अत्याचार करें- (अत्याचारी)
जो किसी पक्ष में  हो(तटस्थ)
जो कभी  मरे(अमर)
जो कहा  जा सके- (अकथनीय)
जो गिना  जा सके(अगणित)
जो थोड़ी देर पहले पैदा हुआ हो(नवजात)
जो जन्म से अंधा हो(जन्मांध)
जो किये गये उपकारों को जानता या (मानताहै- ( कृतज्ञ)
जो किये गये उपकारों को नहीं मानता है- (कृतघ्न)
जो टुकड़े-टुकड़े हो गया हो(खंडित)
जो क्षमा के योग्य हो(क्षम्य)
जो सब जगह व्याप्त हो-(सर्वव्यापक)
जो परिचित  हो- (अपरिचित)
जो सब कुछ जानता है- (सर्वज्ञ)
जो किसी की ओर से है- (प्रतिनिधि)
जो बहुत जानता है- (बहुज्ञ)
जो स्त्री कविता लिखती है- (कवयित्री)
जो पुरुष कविता रचता है- (कवि)
जो शत्रु की हत्या करता है(शत्रुघ्न)
जो मांस का आहार करता है- (मांसाहारी)
जो शाक का आहार करता है-(शाकाहारी)
जो फल का आहार करता है- (फलाहारी)
जो विज्ञान जनता है(वैज्ञानिक)
जो व्याकरण जानता है- (वैयाकरण)
जो लोक में संभव  हो- (अलौकिक)
जो स्वार्थ (अपनी ही भलाईचाहता है- (स्वार्थी)
जो परमार्थदूसरों की भलाईचाहता है-(परमार्थी)
जो देखने में प्रिय लगता है- (प्रियदर्शी)
जो आसानी से लब्ध (प्राप्यहै- (सुलभ)
जो पर (दूसरोंके अधीन है(पराधीन)
जो मन को हर ले- (मनोहर)
जो धर्म करता है- (धर्मात्मा)
जो साँप पकड़ता है- (सँपेरा)
जो पीने योग्य हो- (पेय)
जो नाचता है(नर्तक, नृत्यकार)
जो अभिनय करता है- (अभिनेता)
जो कुछ नहीं जानता है- (अज्ञ)
जो अग्र (आगेकी बात सोचता है- (अग्रशोची)
जो नया आया हुआ हो- (नवागन्तुक)
जो भू के गर्भ (भीतरका हाल जानता हो- (भूगर्भवेत्ता)
जो कहा  जा सके- (अकथनीय)
जो भू को धारण करता है- (भूधर)
जो सर्वशक्तिसम्पत्र है- (सर्वशक्तिमान्)
जो कर्त्तव्य से च्युत हो गया है- (कर्त्तव्यच्युत)
जो (बातवर्णन के अतीत (बाहरहै- (वर्णनातीत)
जो स्त्री सूर्य भी  देख सके- (असूर्यम्पाश्या)
जो अत्यन्त कष्ट से निवारित किया जा सके- (दुर्निवार)
जो आग्रह सत्य हो- (सत्याग्रह)
जो मुकदमा दायर करता है- (वादी)
जो अश्र्व (घोड़ेका आरोही (सवारहै- (अश्र्वारोही)
जो संगीत जानता है- (संगीतज्ञ)
जो कला जानता है या कला की रचना करता है- (कलाकार)
जो सरों में जनमता है- (सरसिज)
जो अच्छे कुल में उत्पत्र हुआ है- (कुलीन)
जो सबमें व्याप्त है(सर्वव्यापी)
जो किसी की ओर (प्रतिसे है- (प्रतिनिधि)
जो मुकदमा लड़ता रहता है- (मुकदमेबाज)
जो देने योग्य है(देय)
जो देखा नहीं जा सकता(अदृश्य)
जो वचन से परे हो-(वचनातीत)
जो कहा गया है-(कथित)
जो स्त्री के वशीभूत या उसके स्वभाव का है- (स्त्रैण)
जो बहुत बोलता है- (वाचाल)
जो स्त्री अभिनय करे- (अभिनेत्री)
जो पुरुष अभिनय करे- (अभिनेता)
जो दूसरे से ईर्ष्या करता है(ईर्ष्यालु)
जो शत्रु की हत्या करता है- (शत्रुघ)
जो पिता की हत्या कर चुका- (पितृहन्ता)
जो माता की हत्या कर चुका- (मातृहन्ता)
जो अपनी हत्या करता है- (आत्मघाती)
जो पर के अधीन है- (पराधीन)
जो देखने में प्रिय लगता है- (प्रियदर्शी)
जो नभ या  (आकाशमें चलता है- (नभचर, खेचर)
जो द्वार का पालन (रक्षाकरता है- (द्वारपाल)
जो शास्त्र जानता है(शास्त्रज्ञ)
जो कोई वस्तु वहन करता है(वाहक)
जो पोत (जहाजयुद्ध का है- (युद्धपोत)
जो चक्र धारण करता है(चक्रधर)
जो नष्ट होनेवाला है(नश्र्वर)
जो सबको समान भाव से देखे- (समदर्शी)
जो भेदा या तोड़ा  जा सके- (अभेद्य)
जो कठिनाई (दुरसे भेदा या तोड़ा जा सके(दुर्भेद्य)
जो मापा  जा सके- (अपरिमेय)
जो प्रमेय (प्रमाण से सिद्ध हो- (अप्रमेय)
जो इच्छा के अधीन है(इच्छाधीन)
जो दूसरे के स्थान पर अस्थायी रूप से काम करे- (स्थानापत्र)
जो विधि या कानून के विरुद्ध है(अवैध, गैरकानूनी)
जो लोक में सम्भव  हो(अलौकिक)
जो मन को हर ले(मनोहर)
जो अनुकरण करने योग्य हो- (अनुकरणीय)
जो दायर मुकदमे का प्रतिवाद (बचाव या काटकरे- (प्रतिवादी)
जो राजगद्दी का अधिकारी हो(युवराज)
जो धर्माचरण करता है- (धर्मात्मा)
जो पुस्तकों की आलोचना या समीक्षा करता है- (आलोचक, समीक्षक)
जो व्याख्या करता है- (व्याख्याता)
जो साँप पकड़ता और उसका खेल करता है- (सँपेरा)
जो मोक्ष चाहता हो- (मुमुक्षु)
जो स्मरण रखने योग्य है- (स्मरणीय)
जो पांचाल देश की है – (पांचाली)
जो किसी का पक्ष  ले(निष्पक्ष)
जो यान (सवारीजल में चलता है(जलयान)
जो पुरुष लोहे की तरह बलिष्ठ है- (लौहपुरुष)
जो खाया  जा सके- अखाद्य
जो सबके आगे रहता हो- (अग्रणी)
जो नेत्रों से दिखाई  दे- (अगोचर)
जो खाली  जाय- (अचूक)
जो अपने स्थान या स्थिति से अलग  किया जा सके- (अच्युत)
जो छूने योग्य  हो- (अछूत)
जो छुआ  गया हो- (अछूता)
जो बूढा  हो- (अजर)
जो  जाना गया हो- (अज्ञात)
जो अपनी बात से  टले- (अटल)
जो अपनी जगह से  डिगे- (अडिग)
जो सबके मन की जनता हो- (अंतर्यामी)
जो बीत गया है- (अतीत)
जो दबाया  जा सके- (अदम्य)
जो देखा  जा सके- (अदृश्य)
जो देखने योग्य  हो-(अदर्शनीय)
जो पहले  देखा गया हो- (अदृष्टपूर्व)
जो किसी विशेष समय तक ही लागू हो- (अध्यादेश)
जो परीक्षा में परीक्षा में उत्तीर्ण  हुआ हो- (अनुत्तीर्ण)
जो मापा  जा सके- (अपरिमेय)
जो आँखों के सामने  हो- (अप्रत्यक्ष/परोक्ष)
जो पूरा या भरा हुआ  हो- (अपूर्ण)
जो किसी की ओर मुँह किये हुए हो- (अभिमुख)
जो कभी मृत्यु को प्राप्त  हो- (अमर)
जो काव्यसंगीत आदि का रस  ले- (अरसिक)
जो इस लोक का  हो- (अलौकिक)
जो साधा (ठीक किया जा सके- (असाध्य)
जो शोक करने योग्य नहीं है- (अशोच्य)
जो स्त्री (ऐसी पर्दानशीन है किसूर्य को भी  देख सके- (असूर्यम्पश्या)
जो विधान या नियम के विरुद्ध हो- (असंवैधानिक)
जो पहले कभी  हुआ हो- (अभूतपूर्व)
जो सदा से चलता  रहा है- (अनवरत)
जो आगे की  सोचता हो- (अदूरदर्शी)
जो समय पर  हो- (असामयिक)
जो दिया  जा सके- (अदेय)
जो मानव के योग्य  हो- (अमानुषिक)
जो हिसाब-किताब की जाँच करता हो- (अंकेक्षक)
जो पहले कभी घटित  हुआ हो- (अघटित)
जो पहले कभी नहीं सुना गया- (अश्रुतपूर्व)
जो जन्म लेते ही गिर या मर गया हो- (आदण्डपात)
जो आलोचना के योग्य हो- (आलोच्य)
जो इंद्रियों के ज्ञान के बाहर है- (इंद्रियातीत)
जो छाती के बल चलता हो- (उदग (सर्प)
जो धरती फोड़ कर जनमता है- (उदभिज)
जो उद्धार करता है- (उद्धारक)
जो किसी नियम को  माने- (उच्छृंखल)
जो भूमि उपजाऊ हो- (उर्वरा)
जो दिन में एक बार भोजन करता है- (एकाहारी)
जो अपनी इच्छा पर निर्भर हो(ऐच्छिक)
जो कान को कटु लगे- (कर्णकटु)
जो कटु बोलता है- (कटुभाषी)
जो कष्ट को सहन कर सके- (कष्टसहिष्णु)
जो काम से जी चुराता है- (कामचोर)
जो कर्तव्य से च्युत हो गया है- (कर्तव्यच्युत)
जो पुरुष कविता रचता है- (कवि)
जो स्त्री कविता रचती है- (कवियित्री)
जो कल्पना से परे हो- (कल्पनातीत)
जो केन्द्र की ओर उन्मुख होता हो- (केन्द्राभिमुख)
जो सदैव हाथ में खड्ग लिए रहता हो- (खड़गहस्त)
जो गाँव से सम्बन्धित हो- (ग्रामीण)
जो कठिनाइयों से पचता है(गरिष्ठ/गुरुपक)
जो गिरि (पहाड़को धारण करता हो- (गिरधारी)
जो छिपाने योग्य हो(गोपनीय)
जो चक्र धारण करता हो- (चक्रधारी/चक्रधर)
जो चंद्र धारण करता हो(चंद्रधारी)
जो चिरकाल तक बना रहे- (चिरस्थायी)
जो चर्चा का विषय हो- (चर्चित)
जो अपने स्थान से डिग गया हो- (च्युत)
जो जरायु (गर्भ की थैलीसे जनमता है- (जरायुज)
जो यान जल में चलता हो(जलयान)
जो तर्क योग्य हो(तार्किक)
जो तर्क के आधार पर सही सिद्ध हो(तर्कसंगत)
जो तीन गुणों (सत्वरज तमसे परे हो(त्रिगुणातीत)
जो दर्शन-शास्त्र का ज्ञाता हो(दार्शनिक)
जो द्वार का पालन (रक्षाकरता है(द्वारपाल)
जो मुश्किल से प्राप्त हो(दुष्प्राप्य)
जो विलंब या टालमटोल से काम करे(दीर्घसूत्री)
जो वस्तु दूसरे के यहाँ रखी हो(धरोहर)
जो एक अक्षर भी  जानता हो(निरक्षर)
जो तेजहीन हो(निस्तेज)
जो अपने लाभ या स्वार्थ का ध्यान  रखता हो(निःस्वार्थ)
जो कामना रहित हो(निष्काम)
जो चिन्ता से रहित हो(निश्चिंत)
जो उत्तर  दे सके(निरुत्तर)
जो न्याय जनता हो(नैयायिक)
जो अति (बहुतलघु (छोटानहीं है(नातिलघु)
जो अति (बहुतदीर्घ (बड़ानहीं है(नातिदीर्घ)
जो नृत्य करता है(नृत्यकार/नर्तक)
जो नीचे लिखा गया है(निम्नलिखित)
जो दृष्टि के क्षेत्र से परे हो(परोक्ष)
जो परायों का अर्थ (हितचाहता है(परमार्थी)
जो अपने पथ से भटक गया हो(पथभ्रष्ट)
जो दूसरों का भला चाहने वाला हो(परार्थी)
जो दूसरों का उपकार करने वाला हो)- (परोपकारी)
जो पृथ्वी से सम्बन्धित हो(पार्थिव)
जो पिंड से जनमता है(पिंडज)
जो उक्ति बार-बार कही जाय(पुनरुक्ति)
जो किसी का प्रतिनिधित्व (किसी की जगह कामकरता है(प्रतिनिधि)
जो शीघ्र किसी बात या युक्ति को सोच ले(प्रत्युत्पन्नमति)
जो प्रणाम करने योग्य हो(प्रणम्य)
जो मुकदमे का प्रतिवाद करे(प्रतिवादी)
जो पहरा देने वाला हो(प्रहरी)
जो पूछने योग्य हो(प्रष्टव्य)
जो प्रिय बोलता हो(प्रियवादी)
जो दूसरे के अधीन हो(पराधीन)
जो प्रशंसा के योग्य हो(प्रशंसनीय)
जो अपने मातृभूमि छोड़ विदेश में रहता हो(प्रवासी)
जो केवल फल खाकर निर्वाह करता हो(फलाहारी)
जो बुद्धि द्वारा जाना जा सके(बुद्धिजीवी)
जो भाग्य की धनी हो(भाग्यवान)
जो भू धारण करता है(भूतेश)
जो पृथ्वी के गर्भ (भीतरके हाल/शास्त्र जानता हो(भूगर्भवेत्ता/भूगर्भशास्त्री)
जो पूर्व में था या हुआ पर अभी नही है – (भूतपूर्व)
जो मछली का आहार करता है(मत्स्याहारी)
जो हाथों से मुक्त है अर्थात अधिक देने वाला(मुक्तहस्त)
जो एक स्थान पर टिक कर नहीं रहता(यायावर)
जो युद्ध में स्थिर रहता है(युधिष्ठिर)
जो क्रम के अनुसार हो(यथाक्रम)
जो रंग (नाट्यका मंच (स्टेजहै(रंगमंच)
जो रथ पर सवार है(रथी)
जो राज्य या राजा से द्रोह करे(राजद्रोही)
जो राजनीति जानता है(राजनीतिज्ञ)
जो भूमि का हिसाब-किताब रखता हो(लेखपाल)
जो आसानी से पचता हो(लघुपाक)
जो वर्णन के बाहर हो(वर्णनातीत)
जो पूर्ण रूप से बहरा हो(वज्रबधिर)
जो मुकदमा दायर करता है(वादी /मुदई)
जो कोई वस्तु वहन करता है(वाहक)
जो अपने धर्म के विपरीत आचरण करता हो(विधर्मी)
जो विश्व भर का बंधु है(विश्वबंधु)
जो विषयों में आसक्त्त है(विषयासक्त)
जो विषय विचार में  सकता है(विचारगम्य)
जो विश्वास करने योग्य हो(विश्वसनीय)
जो विश्व का हित चाहता है(विश्वहितैषी)
जो व्याख्या करता हो(व्याख्याता)
जो शक्ति का उपासक हो(शाक्त)
जो अन्न और साग-सब्जी खाता हो(शाकाहारी)
जो तेज चलता हो(शीघ्रगामी)
जो सुनने योग्य हो(श्रोतव्य/श्रवणीय)
जो सुनने में मधुर हो(श्रुतिमधुर)
जो संगीत जनता हो(संगीतज्ञ)
जो सबको एकसमान देखता है(समदर्शी)
जो किसी सभा का सदस्य हो(सभासद)
जो सबको प्यारा है(सर्वप्रिय)
जो सव्य (बायें हाथ से हथियार आदि चलाने मेंसध हुआ हो(सव्यसाची)
जो नाटक का सूत्र धारण (संचालनकरता है(सूत्रधार)
जो दया के साथ (दयालुहै(सदय)
जो सरलता से बोध्य (समझने योग्यहो(सुबोध)
जो सर्वशक्तिसंपन्न है(सर्वशक्तिमान)
जो स्मरण करने योग्य है(स्मरणीय)
जो स्त्री के वशीभूत या उसके स्वभाव का हो(स्त्रैण)
जो स्वयं ही सिद्ध (ठीकहो(स्वयंसिद्ध)
जो दूसरे की हत्या करता है(हत्यारा)
जिसके पाणि (हाथमें चक्र है– (चक्रपाणि (विष्णु))
जिसके पाणि में वज्र है ( वज्रपाणि (इन्द्र) )
जिसके पाणि में वीणा है ( वीणापाणि (सरस्वती) )
जिसके आने की तिथि (मालूम हो (अतिथि)
जिसके शेखर पर चन्द्र हो ( चन्द्रशेखर (शिव) )
जिसके पार देखा जा सके (पारदर्शक)
जिसके पार देखा  जा सके (आपारदर्शक)
जिसके भीतर का तापमान समान स्थिति में रहे (वातानुकूलित)
जिसके हृदय में ममता नहीं है (निर्मम)
जिसके हृदय में दया नहीं है (निर्दय)
जिसके कुल का पता ज्ञात  हो (अज्ञातकुल)
जिसके चूड़ा पर चन्द्र रहे– (चन्द्रचूड़)
जिसके हाथ में चक्र हो– (चक्रपाणि)
जिसके विषय में उल्लेख करना आवश्यक हो (उल्लेखनीय)
जिसके पास करोड़ों रूपये हों (करोड़पति)
जिसके लम्बेलम्बे बिखरे बाल हों (झबरा)
जिसके हृदय में ममता  हो (निर्मम)
जिसके हृदय में दया  हो (निर्दय)
जिसके बिना कार्य  चल सके (अपरिहार्य)
जिसके विषय में विवाद हो– (विवादास्पद)
जिसके नख सूप के समान हो (शूर्पणखा)
जिसके हाथ में शूल हो (शूलपाणि) (शिव)
जिसके पास शक्ति  हो (निर्बल)
जिसके हृदय में पाप  हो– (निष्पाप)
जिसके बारे में मतभेद  हो (निर्विवाद)
जिसके पास कोई रोजगार  हो (बेरोजगार)
जिसके लोचन (आँखेंसुंदर हों (सुलोचन)
जिसके भीतर की हवा का तापमान सम स्थिति में रखा गया हो (वातानुकूलित)
जिसके चार पद है (चतुष्पद)
जिसके आने की तिथि  हो (अतिथि)
जिसके दो पद (पैरहैं– (द्विपद)
जिसके पास कुछ भी  हो– (अकिंचन)
जिसके ह्रदय में दया हो– (दयावान)
जिसके समान कोई दूसरा  हो– (अद्वितीय)
जिसके आने की तिथि  हो (अतिथि)
जिसके कोई संतान  हो (निसंतान)
जिसके समान दूसरा  हो– (अद्वितीय)
जिसके पास कुछ भी  हो (अकिंचन)
जिसके नीचे रेखा हो– (रेखांकित)
जिसके मन में कोई कपट  हो (निष्कपट)
जिसके कोई संतान  हो– (निस्संतान)
जिसके पास लाख रूपये की सम्पत्ति हो (लखपति)
जिसका तेज निकल गया है (निस्तेज)
जिसका आकार  हो– (निराकार)
जिसका पति जीवित हो (सधवा)
जिसका अंत  हो (अनन्त)
जिसका कारण पृथ्वी है या जो पृथ्वी से सम्बद्ध है– (पार्थिव)
जिसका उदर लंबा हो (लंबोदर)
जिसका निवारण नहीं किया जा सके– (अनिवार्य)
जिसका इलाज  हो सके (असाध्य)
जिसका विश्वास  किया जा सके (अविश्वसनीय)
जिसका मूल्य  आँका जा सके (अमूल्य)
जिसका कोई अर्थ  हो– (निरर्थक)
जिसका वर्णन  किया जा सके (वर्णनातीत)
जिसका पार  पाया जाए(अपार)
जिसका संबंध पश्चिम से हो– (पाश्चात्य)
जिसका आचरण अच्छा  हो– (दुराचारी)
जिसका कोई मूल्य  हो– (अमूल्य)
जिसका जन्म  हो – (अजन्मा)
जिसका कोई आधार  हो– (निराधार)
जिसका पति जीवित हो (सधवा)
जिसका कोई शत्रु ही  जन्मा हो– (अजातशत्रु)
जिसका कोई नाथ  हो (अनाथ)
जिसका जन्म अनु (पीछेहुआ हो (अनुज)
जिसका जन्म पहले हुआ हो (अग्रज)
जिसका ज्ञान इन्द्रियों से परे हो (अगोचर)
जिसका कोई दूसरा उपाय  हो– (अनन्योपाय)
जिसका आदर  किया गया हो (अनादृत)
जिसका वचन द्वारा वर्णन  किया जा सके (अनिवर्चनीय)
जिसका निवारण  किया जा सके (अनिवार्य)
जिसका उच्चारण  किया जा सके (अनुच्चरित)
जिसका अनुभव किया गया हो (अनुभूत)
जिसका मन किसी दूसरी ओर हो– (अन्यमनस्यक/अनमना)
जिसका कोई निश्चित घर  हो (अनिकेत)
जिसका जन्म उच्च कुल में हुआ हो (अभिजात)
जिसका विभाजन  किया जा सके (अविभाजित)
जिसका मन उदार हो (उदारमना)
जिसका मन महान हो (महामना

जिसका हृदय उदार हो (उदारहृदय)
जिसका उल्लेखित किया गया हो (उल्लिखित)
जिसका चित्त एक जगह स्थिर हो (एकाग्रचित)
जिसका सँबन्ध किसी एक देश से हो (एकदेशीय)
जिसका उच्चारण ओष्ठ (ओंठसे हो (ओष्ठ्य)
जिसका संबंध उपनिवेश या उपनिवेशों से हो (औपनिवेशिक)
जिसका संबंध उपन्यास से हो (औपन्यासिक)
जिसका जन्म छोटी (अन्त्यजाति में हुआ हो– (अन्त्यज)
जिसका जन्म अनु (पीछेहुआ हो (अनुज)
जिसका खण्डन  हो सके (अकाट्य)
जिसका हाथ बहुत तेज चलता हो (क्षिप्रहस्त)
जिसका कोई शुल्क  लिया जाय (निःशुल्क)
जिसका कोई आकार  हो (निराकार)
जिसका कोई भय  हो (निर्भय)
जिसका दमन कठिन हो (दुर्दम्य/दुर्दात)
जिसका कोई आधार  हो (निराधार)
जिसका कोई आश्रय  हो (निराश्रय)
जिसका उदर लम्बा (बड़ाहो (लम्बोदर)
जिसका मूल नहीं है (निर्मूल)
जिसका कोई अंग बेकार हो (विकलांग)
जिसका आचार अच्छा हो (सदाचारी)
जिसका कोई आकार हो (साकार)
जिसका हृदय भग्न हो (भग्नहृदय)
जिसका चिंतन किया जाना चाहिए (चिंतनीय)




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1. Andhra Pradesh: Andh, Sadhu Andh, Bhagata, Bhil, Chenchus, Gadabas, Gond, Goundu, Jatapus, Kammara, Kattunayakan, Kolawar, Kolam, Konda, Manna Dhora, Pradhan, Rona, Savaras, Dabba Yerukula, Nakkala, Dhulia, Thoti, Sugalis.  Trick to remember: Andhere Pradesh mein ek Nayak ki jaroorat hai. Jackie Chen(chenchus) Nayak( Kattunayakan) hai. Wo ek village se Sugandha(sugalis)  ko Kundi (konda) todkar horse pe Savari kar k Bhaga(Bhagata)  le gya to Village k Pradhan ne War(kolwar) shuru kar di kyuki Jackie Chen dusri Jati (Jatapus) k hai. Raste mein Jackie Chen ko ek Andha Sadhu   Dhoti (Thoti) pehne hue Dhul  (dhulia) mein gira hua milta hai. Andhe Sadhu ki kamar(Kammara)  mein dard tha jiski wajah se wo RONe  (Rona) laga. Jackie Chen ne apne DABBe (Dabba Yerukula) mein se  Bhel Nikal( Bhil, Nakkal)  kar Sadhu ko  khane ko di. Badle mein Sadhu ne Jackie Chen ko ek Kalam  (Kolam) gift ki aur  Mann(Manna Dhora) mein dhanyawad dia aur GOD(Gond, Goundu) ki blessing di.

Interior of Earth

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Geomorphology: Mountains

NOTE: Magma is molten rock below Earth's crust. Lava is magma that has reached the earth's surface. A mountain is a large landform that stretches above the surrounding land in a limited area, usually in the form of a peak. Types of mountains: 1. Fold Mountains: They are formed when two continental plates or one continental and one oceanic plate move towards each other at a convergent plate boundary. When the two plates collide the sedimentary deposits along the edges of Continental plates are forced to fold and hence folded mountains are formed. e.g. Himalyas. 2. Block mountains: They are formed due to faulting. They are not true mountains as they are formed by differential settlement of land mass. There is no actual upliftment taking place as in case of fold mountains. Middle part of any land mass gets  lowered resulting into relatively raising of adjoining landmasses or Lowering of landmasses on either sides resulting into relatively raising of middle landmass. B